रेल बजट से मैनपुरी को कोई उम्मीद नहीं ...
मैनपुरी जिले में रेल सेवाओं के विस्तार का सपना कब हकीकत में बदलेगा, यह कहना अब मुमकिन नहीं लगता है। रेल बजट आने वाला है, मगर जनपद के लोगों को इससे हमेशा की तरह ज्यादा उम्मीद नहीं है।
अभी तक अलीगढ़ से कानपुर देहात के झींझक कस्बे तक नये ट्रैक की चर्चाऐं होती थीं। रेल मंत्रालय ने गजरौला से मैनपुरी तक लाइन सर्वे के आदेश भी दिये थे, लेकिन सर्वे का क्या हुआ किसी को पता नहीं हैं। चर्चा तो थी कि मैनपुरी में जंक्शन, कुरावली में स्टेशन और फिर किशनी की ओर भी रेल लाइन का बिछना जल्दी संभव हो जायेगा।
रेल मंत्रालय ने गजरौला से संभल, बदायूं और एटा होकर मैनपुरी तक रेल लाइन बिछाने के लिए हरी झण्डी दी थी। उत्तर रेलवे के मुख्य वाणिज्य प्रवन्धक बूटा सिंह ने एक पत्र भी उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव को भेजा। इस पत्र के माध्यम से मुख्य सचिव को बताया गया कि नॉर्दर्न रेलवे के सर्वे आर्गनाइजेशन को प्रदेश में चार रेल लाइनों का सर्वे करके उसकी प्रोजेक्ट रिपोर्ट देने को कहा गया। इसी आशय का एक पत्र मैनपुरी के डीएम को भी भेजा गया।
पूर्व में रेलवे दिल्ली-कानपुर के बीच यातायात भार कम करने के लिए अलीगढ़ से एटा, मैनपुरी, किशनी, बिधूना होकर कानपुर देहात के झींझक तक रेल लाइन की जरूरत बता चुका है। गजरौला से मैनपुरी के बीच रेल लाइन का सर्वे इसी का संशोधित रूप माना जा रहा है। हालांकि जिले के जन प्रतिनिधियों ने भी कभी इस मामले को दमदारी से नहीं उठाया।
ऐसे में रेल मंत्री खुद ही कुछ करें इस जिले के लिए ... ऐसा लगता तो नहीं !
0 comments:
Post a Comment